इस साल की सबसे प्रतीक्षित एक्शन फिल्मों में से एक है वार 2। फ़िल्म में ऋतिक रोशन, जूनियर एनटीआर, कियारा आडवाणी और अनिल कपूर जैसे दिग्गज कलाकार शामिल हैं। फ़िल्म का निर्देशन आयान मुखर्जी ने किया है जो अपनी विदेशीय लोकेशन्स और भव्य सेट डिज़ाइन के लिए ध्यान खींचता है। हालांकि, कहानी और भावनात्मक पहलू में कुछ कमी महसूस होती है। फिल्म को दैनिक भास्कर द्वारा 3/5 सितारे मिले हैं।
पलटे का सामना: कहानी का रोचक मोड़
फिल्म की कहानी की शुरुआत कबीर (ऋतिक रोशन) के किरदार से होती है, जो एक कान्ट्रैक्ट किलर के रूप में काम करता है। 'काली' नेटवर्क के साथ मिलकर वह विभिन्न चुनौतियों का सामना करता है। कहानी का असली मोड़ तब आता है जब आखिर में यह पता चलता है कि कबीर और रघु (जूनियर एनटीआर) बचपन के दोस्त हैं, और कहानी अपने विरोधी रूप से एक गहन मोड़ लेती है।
प्रदर्शन की चमक: कलाकारों का अभिनय कौशल
ऋतिक रोशन ने अपने स्टाइल और एक्शन के अंदाज में ज़बर्दस्त प्रदर्शन किया है, वहीं जूनियर एनटीआर का अभिनय फिल्म को और भी रोमांचक बनाता है। कियारा आडवाणी की भूमिक संवेदनशील होती है, जबकि अनिल कपूर का किरदार फिल्म में रोचकता और गंभीरता लाता है। फ़िल्म में सभी कलाकारों की अदायगी सराहनीय रही है और दर्शकों को बाँध के रखती है।
'कुली': रजनीकांत के फैंस का जुनूनी उत्सव
14 अगस्त को प्रदर्शित हुई रजनीकांत की 'कुली' ने सिनेमाघरों के बाहर लोगों की लंबी कतारें लगा दीं। फैंस ने फ़िल्म को उनके जन्मदिन की तरह धूमधाम से मनाया, और विशाल पोस्टर्स की पूजा की गई। फिल्म ने रजनीकांत के प्रशंसकों में अलग ही बेजोड़ उत्साह उभारा।
फिल्म का प्रभाव: जुड़े रहें या जुड़ें नए
फिल्म में रजनीकांत के साथ कालनिधि मारान का सुचारु समन्वय है। प्रशंसकों ने इस फिल्म के प्रदर्शन के दौरान अपनी खुशियों का इज़हार अद्भुत ढंग से किया। यह फिल्म रजनीकांत के करिश्मे के चलते दर्शकों के लिए एक यादगार आयोजन बनी।
विस्फोट बिक्री: वार 2 का धमाल
इसी दिन 'वार 2' की भी रिलीज़ से जूनियर एनटीआर के फैंस में उत्साह की लहर दौड़ गई। इसने एक शानदार बेचना साबित किया, जिससे प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई और सोशल मीडिया पर इसकी धूम मच गई।
अंतिम निर्णय: क्या आप इन्हें देखेंगे?
यदि आप ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की एक्शन से भरपूर प्रस्तुतियों और दृश्य गुणवत्ता के दीवाने हैं, तो ये फिल्में आपके लिए हैं। हालांकि, विज्ञान और भावनात्मक स्थिरता की कमी महसूस होती है। फिल्में आपको भरपूर मनोरंजन का अनुभव देंगी और दृश्यात्मक रूप से आपके ध्यान को बाँधे रखेंगी।